क्रिया (VERB)
जिस पद से किसी कार्य के करने या होने का बोध होता हो, उसे क्रिया कहते हैं ।
जैसे - खा रही
है, बैठा है, चल रहा है, पी रहें हैं आदि शब्दों से काम के होने का बोध हो रहा है, अत: ये सभी क्रिया हैं ।
क्रिया के दो भेद होते हैं –
१) अकर्मक क्रिया - जिन क्रियाओं को कर्म की आवश्यकता
नहीं होती, उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं । जैसे - सुमित रो रहा है । अनीता मुस्करा रही है ।
२) सकर्मक क्रिया - जिन क्रियाओं को कर्म की आवश्यकता
होती है, उन्हें सकर्मक क्रिया कहते हैं । जैसे
- राम ने साइकिल चलाई । मैंने खाना खाया ।
३) द्विकर्मक क्रिया - जिन सकर्मक क्रियाओं में
दो कर्म प्रयुक्त होते हैं, उन्हें द्विकर्मक क्रिया कहते हैं
। जैसे - माँ ने मुन्ने को चलना सिखाया । बहना ने भाई को राखी बांधी ।